रेलवे विभाग भले ही कोरोना का इफेक्ट कम होने के बाद ट्रेनों की संख्या के शुरुआती अंक जीरो को हटाकर सभी ट्रेनों को स्पेशल से सामान्य कर दिया है। इससे रेलवे को लाभ हो सकता है, परंतु लोकल यात्रा करने वाले आम यात्रियों को इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है। स्पेशल से सामान्य ट्रेन होने के बाद भी उनसे स्पेशल ट्रेन का ही भाड़ा लिया जा रहा है। (ads1)
इधर, आरा से पटना या बक्सर जाने के लिए बगैर आरक्षण कराएं टिकट नहीं मिलने से यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई है। हद तो तब हो जाती है, जब आम यात्रियों को रोजाना पैसेंजर ट्रेन में आरा से पटना या दानापुर बक्सर, मुगलसराय तक जाने के क्रम में स्पेशल का भाड़ा देना पड़ता है। रेलवे की इस कारगुजारी के कारण आम दैनिक यात्रियों में आक्रोश दिखाई देने लगा है।
आरा जंक्शन से श्रमजीवी एक्सप्रेस, लोकमान्य पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, हिमगिरी एक्सप्रेस, पटना-कोटा एक्सप्रेस, पटना-दीनदयाल उपाध्याय एक्सप्रेस, दानापुर-सिकंदराबाद एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस से यहां के लोग ज्यादा यात्राएं करते हैं। इसके बाद भी इन ट्रेनों पर आम यात्रियों को सामान्य टिकट नहीं मिलने के कारण वे यात्रा से वंचित हो जा रहे हैं।
एक्सप्रेस ट्रेन में सामान्य टिकट नहीं मिलने और पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस का भाड़ा लगने के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित किसान, मजदूर, छात्र और दैनिक यात्रा करने वाले व्यवसायी वर्ग के लोग हैं। हालांकि सुबह में आरा से बक्सर जाने वाली पैसेंजर ट्रेन का किराया लोकल का ही लगने से यात्रियों को कुछ राहत है।
दर्जन ट्रेनों का बदल गया है नंबर
पटना- दीनदयाल उपाध्याय एक्सप्रेस का पुराना नंबर 132 29/30 था, को अब बदलकर 13209/10 हो गया है। इस तरह आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनों का पुराना नंबर बदल गया है। आरा रेलवे जंक्शन से रोजाना लगभग 3000 यात्री विभिन्न स्थानों के लिए आरक्षित टिकट लेकर यात्रा करते हैं। इनमें 1500 के आसपास रेलवे काउंटर से रिजर्वेशन लेते हैं और अन्य ऑनलाइन भी बुकिंग कराते हैं। इसके अलावा पैसेंजर ट्रेन से दो हजार से ज्यादा लोग रोजाना अप- डाउन करते हैं।
- यात्रियों को स्पेशल भाड़ा लगने के साथ कुछ स्टॉपेज पर वर्तमान समय में ट्रेन नहीं रुक रही है। यह हाई लेवल का मामला है। ऊपर से आदेश आते ही आम यात्रियों के हित में उसे जल्द लागू किया जाएगा। - प्रभात कुमार, डीआरएम, दानापुर