प्रतापगंज, निज प्रतिनिधि पूर्व मध्य रेल का दरभंगा- फारबिसगंज रेलखंड पूर्वोत्तर राज्यों के लिए एनएफ रेल के बाद दूसरी महत्वपूर्ण रेल लाइन बनेगी। यही कारण है कि इस रेलखंड के बीच पड़ने वाले ललितग्राम के पास भविष्य में गुजरने वाली मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को ललितग्राम स्टेशन पर ले जाने के बजाय उसे थ्रुपास से निकालने की रेल विभाग की योजना है।


सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भविष्य की योजना को मूर्तरूप देने के लिए रेल विभाग ने ललितग्राम स्टेशन के पास गैड़ा नदी के बाद छातापुर रोड हॉल्ट तक डेढ़ किमी बाईपास रेल लाइन निर्माण की स्वीकृति दी है। इस योजना को मूर्तरूप देने के लिए विभाग ने 33 करोड़ राशि की मंजूरी 6 दिसंबर को दी है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गैड़ा नदी से छातापुर हॉल्ट तक नए सिरे से सर्वे का काम और जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। रेल विभाग इस खंड पर भविष्य में राजधानी सुपरफास्ट के परिचालन पर भी विचार कर रही है। फिलहाल डिब्रूगढ़ से दिल्ली के लिए चार राजधानी का परिचालन भाया कटिहार होने से एनएफ के रेलखंड पर दवाब बढ़ गया है। इसी दवाब को कम करने के लिए रेलवे दरभंगा-फारबिसगंज नए रेलखंड को महत्व देते हुए अपनी रणनीति पर काम कर रहा है।

अतिमहत्वपूर्ण ट्रेनों के परिचालन को देखते हुए इस खंड पर विद्युतीकरण का काम भी किया जा रहा है। वर्तमान में इस रेलखंड में सहरसा से ललितग्राम तक एक जोड़ी डीएमयू ट्रेन का परिचालन किया जा रहा है, जबकि ललितग्राम से नरपतगंज तक रेल परिचालन के लिए रेल संरक्षा आयुक्त की ओर से जांच की जा चुकी है। नरपतगंज से फारबिसगंज तक अमान परिवर्तन को अंतिम रूप देने के लिए रेलवे द्वारा जोरशोर से कार्य किया जा रहा है।