झंझारपुर: झंझारपुर लौकहा रेलखंड का आमान परिवर्तन कार्य पूर्ण हो चुका है जिसमें तृतीय चरण में आनन- फानन में वाचस्पतिनगर से लौकहा तक (20 किमी) में सी आर एस के द्वारा 14 मार्च 2024 को निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के उपरांत क्षेत्र के लोगों में एक उम्मीद जगी की एलेक्शन पूर्व लौकहा से झंझारपुर होकर दरभंगा तक ट्रेनांे की परिचालन जरूर शुरू हो जाएगी। लेकिन आज 22 दिन बीतने के बाद भी इस रेलखंड पर ट्रेनों की परिचालन शुरू नहीं हुई जबकि झंझारपुर से वाचस्पतिनगर तक रेलवे बोर्ड से दो अप/डाउन ट्रेन को चलाने के लिए समय सारणी भी जारी कर दी गई थी।


दरअसल पिछले माह माननीय प्रधानमंत्री कई बड़े रेल प्रोजेक्टों का उद्घाटन व शिलान्यास किये जिसमें झंझारपुर और महरैल स्टेशन पर भी कार्यक्रम हुआ था, इस क्षेत्र के लोग उम्मीद में थे की स्वीकृत ट्रेन की परिचालन रेलवे जरूर शुरू कर देगी लेकिन अब तक स्वीकृत ट्रेन की परिचालन शुरू नहीं होने से क्षेत्र में रेलवे के प्रति एक बड़ी उदाशिनता देखी गई है। कई लेागों का मानना है कि एक राजनीति के कारण इस रेलखंड पर ट्रेनों की परिचालन शुरू नहीं की गई है।


कब मिली ट्रेन को स्वीकृति

ज्ञात हो झंझारपुर से वाचस्पतिनगर के बीच 7 मार्च 2024 को दो अप/डाउन पैसेंजर ट्रेन को स्वीकृति मिली थी जिसमें एक पांच कोच वाली ट्रेन सुबह 7 बजे झंझारपुर से खुलकर सभी छोटे बड़े स्टेशनों पर रूकते हुए सुबह 8 बजे वाचस्पतिनगर पहुंचती वहां एक घंटे रूकने के बाद वापसी में वही ट्रेन सुबह 9 बजे वाचस्पतिनगर से खुलकर सुबह 10 बजे झंझारपुर आती। ठीक उसी प्रकार शाम में 7 बजे खुलकर सभी छोड़े बड़े स्टेशनों पर रूकते हुए रात 8 बजे वाचस्पतिनगर पहुंचती और वहां से वापसी में रात 9 बजे खुलकर रात्री के 10 बजे ये ट्रेन झंझारपुर आती। लेकिन बोर्ड से स्वीकृति मिलने के बाद भी ट्रेन का उद्घाटन या परिचालन अब तक शुरू नहीं हुआ।

TIme Table approved by Railway Board on 07.03.2024

पन्द्रह दिन से झंझारपुर जं0 पर खड़ी थी रैक


कुछ रेल जानकार बताते हैं कि झंझारपुर में उद्घाटन के लिए लगभग 15 दिन तक एक पांच डब्बे वाली ट्रेन खड़ी थी और समस्तीपुर मंडल के द्वारा भी झंझारपुर से एक लोको का मांग किया गया था जिस लोको का उपयोग झंझारपुर लौकहा रेलखंड पर ट्रेन परिचालन के लिए होना था। लेकिन सभी तैयारियों के बाद भी ट्रेन का परिचालन शुरू न होने से आज 7 वर्षों के बाद भी झंझारपुर लौकहा रेलखंड ट्रेन परिचालन से विमुख पड़ा हुआ है।