SAMASTIPUR: समस्तीपुर रेलवे मंडल के नरपतगंज-फारबिसगंज के बीच ट्रेन सेवा शुरू करने की अनुमति सीआरएस ने दे दी है। इसके साथ ही 14 सालों से बंद इस खंड पर रेल सेवा इसी महीने से शुरू होगी। सीआरएस का आदेश मिलते ही मंडल प्रशासन ने इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है। 

14 साल बाद नरपतगंज और फारबिसगंज के बीच इसी माह से ट्रेन का शुरू होगा परिचालन

ट्रेन सेवा शुरू होने से सीमांचल व मिथिलांचल की दूरी घट जाएगी। साथ ही अब नॉरदन रेलवे से सीधी ट्रेन सेवा दरभंगा तक और फिर दरभंगा-गोरखपुर तक हो जाएगी। डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि गत सप्ताह पूर्वी सर्किल के सीआरएस सुवोमोय मित्रा ने नरपतगंज- फारबिसगंज रेलखंड के अमान परिवर्तन कार्य का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में सब ओके मिलने के बाद इस खंड पर ट्रेनों के परिचालन की अनुमति प्रदान कर दी है। डीआरएम ने बताया कि इस खंड पर ट्रेनों के परिचालन को लेकर रूप रेखा तैयार की जा रही है। इसी महीने से ट्रेन सेवा शुरू कर दी जाएगी।

बताया गया है कि दरभंगा से आगे शीशों हॉट होते हुए बाईपास का निर्माण चल रहा है इस बाईपास निर्माण का कार्य संपन्न होने के बाद उस रूट से आने वाले ट्रेनों को दरभंगा लाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। ट्रेन सीधा गोरखपुर की ओर निकल जाएगी जिस से सीमांचल से उत्तर प्रदेश दिल्ली की दूरी घट जाएगी।

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भविष्य में फारबिसगंज-झंझारपुर-दरभंगा होते हुए राजधानी भी चलेगी

रेलवे सूत्रों का दावा है कि इस खंड पर सेवा की अनुमति मिलने के बाद इस रूट से राजधानी चलाने का प्रस्ताव भी कुछ दिन पूर्व रेलवे मंडल प्रशासन द्वारा रेलवे मुख्यालय को भेजा गया था। माना जा रहा है कि ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद इस खंड पर राजधानी का भी परिचालन किया जाएगा। जैसे यह रूट काफी महत्वपूर्ण हो गया है। कोसी समेत मिथिलांचल के लोग राजधानी ट्रेन में सफर कर सकेंगे। चुकी यह नया खंड बाढ़ प्रभावित इलाका रहा है। 2 वर्ष पूर्व 1934 के भूकंप में ध्वस्त हुए कोसी नदी पर पुल निर्माण के बाद इस इलाके के लोग सीधा सीमांचल से जुड़ाव का रास्ता देख रहे थे।